Monday, May 25, 2020

चंद्रमा के सागर क्या है - What is moon sea, lunar sea?

चंद्रमा के सागर क्या है? What is the moon sea or the Lunar sea?

Hello friends,
what is moon sea, is there mountains on the moon, what kind of nature is there on the moon. All these questions will be solved after reading this article, so here are the full details of the moon sea.

जब हम नंगी आंखों से चंद्रमा को देखते हैं तब हमें उसकी सतह पर कुछ काले धब्बे दिखाई देते हैं। प्राचीन काल के लोगों का विचार था चंद्रमा की सतह पर स्थित यह काले धब्बे पानी से भरे सागर है जैसा कि हमारी पृथ्वी के सागर हैं। गैलीलियो ने चंद्रमा के इन काले धब्बों को 1609 मैं अपनी बनाई हुई दूरदर्शी से देखा । 

चंद्रमा के सागर क्या है? What is the moon sea or the Lunar sea?


उन्हें यह काले धब्बे सपाट सागर के रूप में दिखाई दिए इसीलिए उन्हें चंद्रमा के सागरों का नाम दे दिया गया वास्तव में यह सपाट मैदान है जहां पानी का निशान भी नहीं है । लेकिन पुरानी धारणा के अनुसार हम इन्हें आज की सागर कहते हैं खगोलविद इन सागरों को मेयर इम्ब्रायम कहते हैं चमकीले क्षेत्र वास्तव में पहाड़ हैं। इन पहाड़ों पर सूर्य की किरणें पड़ती है । 


चन्द्रमा के कुछ पहाड़ तो लगभग 1000 मीटर तक पहुंचे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि गहरे विशाल मैदान चंद्रमा की पृथ्वी की ओर वाली सतह पर ही हैं । दूसरी ओर की सतह पर इनकी संख्या बहुत कम है । दूसरी सतह लगभग पर्वतमालाओं से ही ढकी है । चंद्रमा के इन सागरों को दो वर्गों में बांटा जा सकता है । पहले वर्ग में वह सागर आते हैं जो वृत्ताकार और दूसरे में वो जो अनियमित आकार के हैं । 

वृताकार सागर सामान्यत पर्वतों से घिरे हैं। मेयर इम्ब्रायम और मेयर क्रिसियम चंद्रमा की हमारी ओर की सतह है ऐसे ही सागर हैं । अनियमित सागरों में मेयर ट्रैंकुलेटलिस और ओसनियस प्रोसेरम आते हैं। जिनके किनारों पर विशेष पर्वतमालाएं नहीं हैं । चंद्रमा के सागर तांबे की परतों से ढके हुए हैं। इनका का निर्माण संभवता तीव्र वेग से गिरते हुए विशाल शुद्र ग्रह या उल्का पिंडों के चंद्रमा की सतह पर टकराने के कारण हुआ होगा। 


इनकी टकराव से चंद्रमा की सतह फट गई होगी या ज्वालामुखी फोटो होंगे जिनके कारण विशाल मात्रा में लावा बैठकर सतह पर जम गया होगा । चंद्रमा की सतह की चट्टानों की संरचना बेसाल्ट से मिलती-जुलती है अपोलो के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा इंसानों की चट्टानों के नमूने एकत्रित किए गए हैं और उनका अध्ययन किया गया है, 

इन अध्ययनों से ऐसा लगता है कि सागरों के बेसिन लगभग 350 करोड़ों वर्ष पहले भरने आरंभ हुआ है। चंद्रमा के पर्वतीय भागों की उत्पत्ति सागरों से पहले हुई थी अधिकतर सागर इन पर्वत मालाओं से घिरे हुए हैं |


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